आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mus.haf"
नज़्म के संबंधित परिणाम "mus.haf"
नज़्म
मुसहफ़-ए-रू-ए-किताबी रू-कश-ए-नाज़-ए-गुलाब
और बन जाए ये नेमत दफ़्तर-ए-इल्म-ए-हिसाब
जोश मलीहाबादी
नज़्म
कुछ न कहना भी बहुत कहना है
लफ़्ज़ सीने में ही रुक जाएँ तो फिर बात कहाँ होती है