आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mustaqiim"
नज़्म के संबंधित परिणाम "mustaqiim"
नज़्म
तू ने तुर्कों को दिखाई है सिरात-ए-मुस्तक़ीम
फूँक डाले हैं तअ'स्सुब के हिजाबात-ए-क़दीम
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
इसी यक़ीं से जो इक ख़त्त-ए-मुसतक़ीम-ए-हयात
ज़मीं पे खींचना चाहें तो हम हैं सौदाई
शमीम फ़ारूक़ बांस पारी
नज़्म
वो जो हमराज़ रहा हाज़िर-ओ-मुस्तक़बिल का
उस के ख़्वाबों की ख़ुशी रूह का ग़म ले के चलो
साहिर लुधियानवी
नज़्म
गुज़री बात सदी या पल हो गुज़री बात है नक़्श-बर-आब
मुस्तक़बिल की सोच, उठा ये माज़ी की पारीना किताब
अख़्तरुल ईमान
नज़्म
सख़्त हैराँ हूँ कि महफ़िल में तुम्हारी और ये ज़िक्र
नौ-ए-इंसानी के मुस्तक़बिल की अब करते हो फ़िक्र
जोश मलीहाबादी
नज़्म
सफ़्हा-ए-दिल से मिटाती अहद-ए-माज़ी के नुक़ूश
हाल ओ मुस्तक़बिल के दिलकश ख़्वाब दिखलाती हुई