आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "nau-mashqii"
नज़्म के संबंधित परिणाम "nau-mashqii"
नज़्म
खेलता था जब लड़कपन से तिरा रंगीं शबाब
हट रही थी माह-ए-आलम-ताब के रुख़ से नक़्क़ाब
मख़दूम मुहिउद्दीन
नज़्म
हर सम्त क्यों जहाँ में फैली हुई ख़ुशी है
हर शय पे आज बच्चो कैसी ये ताज़गी है
मुर्तजा साहिल तस्लीमी
नज़्म
धोबी नाई शैख़ वडेरे कुर्सी के मतवाले देखे
अशराफ़ों की बात न पूछो सब के मुँह पर ताले देखे
अबुल फ़ितरत मीर ज़ैदी
नज़्म
ये कुंद और यख़ बे-नुमू नींद जिस में
शब-ए-इर्तिक़ा और सुब्ह-ए-हरीरा का ताज़ा अमल राएगाँ हो रहा है
रफ़ीक़ संदेलवी
नज़्म
आँख वालो हुस्न-ए-वहदत का तमाशा क्यों न हो
दिल है तो राज़-ए-हक़ीक़त की तमन्ना क्यों न हो