आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "nemat-e-khaas"
नज़्म के संबंधित परिणाम "nemat-e-khaas"
नज़्म
आलम-ए-आब-ओ-ख़ाक में तेरे ज़ुहूर से फ़रोग़
ज़र्रा-ए-रेग को दिया तू ने तुलू-ए-आफ़्ताब!
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
हो न जाए राख जल कर ये दयार-ए-ख़ार-ओ-ख़स
डाल दे बिजली से ले कर उस के सीने में नफ़स
मैकश हैदराबादी
नज़्म
ख़ास इक नेमत-ए-हक़ वादी-ओ-सहरा के लिए
मुख़्तसर ये है बड़ी चीज़ है दुनिया के लिए
बिस्मिल इलाहाबादी
नज़्म
कि शो'ला-ज़न है रग-ए-ख़ार-ओ-ख़स में ज़ौक़-ए-नुमू
न अब वो गर्दिश-ए-अफ़्लाक है न दर्द-ए-हयात
अफ़सर सीमाबी अहमद नगरी
नज़्म
आज भी नुक्ता-चीं हूँ मैं ख़ल्वतियान-ए-ख़ास का
ख़ल्वतियान-ए-ख़ास का आज भी हूँ मिज़ाज-दाँ