आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "nuzhat-e-galtaa.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "nuzhat-e-galtaa.n"
नज़्म
आज भी है रची हुई आज भी है बसी हुई
मेरे नफ़स में ख़ुल्द की नुज़हत-ओ-निकहत-ए-जवाँ
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
ढाल लेती है जिन्हें शायर की तरकीब-ए-अदब
ढल के गो वो गौहर-ए-ग़लताँ का पाती हैं लक़ब
जोश मलीहाबादी
नज़्म
आब-दारी में है बढ़-चढ़ कर दुर-ए-ग़लताँ से तू
क्या मुशाबह है किसी के गौहर-ए-दंदाँ से तू
हामिद हसन क़ादरी
नज़्म
मेरे अफ़्कार में महताब की तलअत ग़लताँ
मेरी गुफ़्तार में है सुब्ह की नुज़हत ग़लताँ