आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "pangli peer ra do akhar ebooks"
नज़्म के संबंधित परिणाम "pangli peer ra do akhar ebooks"
नज़्म
अपनी अपनी राह चले फिर आख़िर शब के मैदाँ में
अपने अपने घर को जाते दो हैराँ बच्चों की तरह
मुनीर नियाज़ी
नज़्म
जाओ जाओ मुझे नींद आई है सोने दो मुझे
दिन गुज़र जाता है लफ़्ज़ों का तआ'क़ुब करते