आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "putle"
नज़्म के संबंधित परिणाम "putle"
नज़्म
ये ख़ाक-ओ-ख़ूँ के पुतले अपनी जाँ पे खेलते हुए
वो ज़ीस्त की कराह जिस से बे-क़रार है फ़ज़ा
फ़िराक़ गोरखपुरी
नज़्म
अपने मुँह से क्या बताएँ हम कि क्या वो लोग थे
नफ़्स-कुश नेकी के पुतले थे मुजस्सम योग थे