aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "putlii"
इस कठ-पुतली जैसी ज़िंदगी कीडोरी टूट जाती है
भूला-भटका नादाँ क़तराआँखों की पुतली को सजाने
सोमनाती रिफ़अतें भारत की तहज़ीब-ए-क़दीमपाटली-पुत्रा की शोहरत मगध की शान-ए-अज़ीम
मेरी आँखों की पुतली डूब जाती हैये दुख कम क्यूँ नहीं होता
अपनी आँखें बो कर रोता हूँपहली बार जब ग़म की पुतली क़ाश को
दिल-ए-नाकाम सराबों का तआक़ुब छोड़ोसुब्ह-दम फिर वही पुतली का तमाशा होगा
और बंद होगा इंसानी दुनिया में ये कठ-पुतली का खेलजब मार की जगह लेगा प्यार
अपनी पत पर यूँ मत रीझ ख़बर है बाहरइक इक डाइन आँख की पुतली तेरी ताक में है
जीती जागती औरत कोकठ-पुतली बनाने में
किसी बीते हुए मौसम के बख़्शे ज़ख़्मअब भी आँख की पुतली में रौशन हैं
और अपनी आँख की पुतली में रक़्साँ तितलियों के लम्स को महसूस करना हैसुनो जानाँ
क्या फ़क़त देखते रहने से मसाइल की गिरह खुलती हैक्या फ़क़त आँख की पुतली में है महफ़ूज़ ख़ुदाई सारी
किसी भी आँख की पुतली पे चुपके सेउतरती है निशाँ सा छोड़ जाती है
आँख की पुतली जैसे नुक़्ते मेंमैं ने एक दिन को बाहर निकाला
चेहरों और नामों में फ़र्क़ करने की ख़्वाहिशआँख की पुतली पर जम जाती है
मिरी पुतली में किस की रात हैऔर कार्निया में कौन से युग का सवेरा है
जो सदियों से हमारी आँख की पुतली का हिस्सा हैसुना है वक़्त आगे की तरफ़ जाता है
वो आँखें जिन की पुतली सफ़ेदऔर सकलीरा सियाह है
ज़र्द पुतली से ख़्वाब का लोथड़ा फिसलाहल्क़ में अटका और मैं नदामत हो गई
ख़ुद तो वो सिर्फ़ कठ-पुतली है
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