आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ruudaad-e-dil-o-jaa.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ruudaad-e-dil-o-jaa.n"
नज़्म
ऐ दिल-ए-अफ़सुर्दा पीने की बहारें आ गईं
काली काली बदलियाँ फिर आसमाँ पर छा गईं
सय्यद आबिद अली आबिद
नज़्म
ऐ दिल-ए-बेताब तुझ में है सिफ़त सीमाब की
तेरे क़तरों में हैं कुछ बूँदें शराब-ए-नाब की
साक़िब कानपुरी
नज़्म
ऐ दिल-ए-बेताब तुझ में है सिफ़त सीमाब की
तेरे क़तरों में हैं कुछ बूँदें शराब-ए-नाब की
साक़िब कानपुरी
नज़्म
लब पर नाम किसी का भी हो, दिल में तेरा नक़्शा है
ऐ तस्वीर बनाने वाली जब से तुझ को देखा है
इब्न-ए-इंशा
नज़्म
ऐ दिल-ए-अफ़सुर्दा वो असरार-ए-बातिन क्या हुए
सोज़ की रातें कहाँ हैं साज़ के दिन क्या हुए