आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "saabun"
नज़्म के संबंधित परिणाम "saabun"
नज़्म
या जंगल के अंधेरे में जादू की अँगूठी दमकी है
साबुन की भीनी ख़ुश्बू से महक गया दालान
मुनीर नियाज़ी
नज़्म
खालिद इरफ़ान
नज़्म
हमारे घर तीन रोज़ रह कर चले गए वो ब्लैक-ब्यूटी
मगर कम-अज़-कम पचास साबुन ग़रीब-ख़ाने में घिस गए हैं
खालिद इरफ़ान
नज़्म
वहाँ फिर मुस्कुराता घना जंगल उग आता है
इस ला-मुतनाही वुसअत में हम साबुन पर चिमटे बाल से
ज़ाहिद इमरोज़
नज़्म
ये कौन दुबका हुआ इस आवारा रास्ते में खड़ा हुआ है
कि जैसे साबुन का कोई रंगीन बुलबुला हो
अंजुम रूमानी
नज़्म
हम पे मुश्तरका हैं एहसान ग़म-ए-उल्फ़त के
इतने एहसान कि गिनवाऊँ तो गिनवा न सकूँ