आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sannaataa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "sannaataa"
नज़्म
ले जानी अब अपने मन के पैराहन की गिर्हें खोल
ले जानी अब आधी शब है, चार तरफ़ सन्नाटा है
इब्न-ए-इंशा
नज़्म
सन्नाटा बाव का चलता हो तब देख बहारें जाड़े की
हर चार तरफ़ से सर्दी हो और सेहन खुला हो कोठे का
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
ये गाँव का मंज़र सन्नाटा और शाम की धुँदली तारीकी
इक शाम बहुत रंगीन मगर मुफ़्लिस की निगाहों में फीकी
नुशूर वाहिदी
नज़्म
ऐसे हर मंज़र के बाद इक सन्नाटा छा जाता है
ये सन्नाटा तब्ल-ओ-अलम की दहशत को खा जाता है