आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "savaab-e-taa.at-o-zohd"
नज़्म के संबंधित परिणाम "savaab-e-taa.at-o-zohd"
नज़्म
हुस्न-ए-ख़िदमत से शगुफ़्ता दिल-ए-शौहर रक्खा
कि क़दम जादा-ए-ताअत से न बाहर रक्खा
सुरूर जहानाबादी
नज़्म
कि हम सवाब-ओ-ख़ता के क़िस्सों का ज़िक्र करके
फ़ज़ा को पहले ही इतना बोझल बना चुके हैं
एहसान अकबर
नज़्म
नहीं मिन्नत-कश-ए-ताब-ए-शुनीदन दास्ताँ मेरी
ख़मोशी गुफ़्तुगू है बे-ज़बानी है ज़बाँ मेरी
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
तौसन-ए-तब-ए-रसा के पाँव में कुछ लंग है
लेकिन इस सूरत में चुप रहना भी वज्ह-ए-नंग है
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
अमजद नजमी
नज़्म
बहार-ए-हुस्न जवाँ-मर्ग सूरत-ए-गुल-ए-तर
मिसाल-ए-ख़ार मगर उम्र-ए-दर्द-ए-इश्क़ दराज़
अली सरदार जाफ़री
नज़्म
ज़ुल्फ़ की छाँव में आरिज़ की तब-ओ-ताब लिए
लब पे अफ़्सूँ लिए आँखों में मय-ए-नाब लिए