आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "shahpar"
नज़्म के संबंधित परिणाम "shahpar"
नज़्म
शहपर-ए-बुलबुल पे खींची जाए तस्वीर-ए-शिग़ाल!
मोतियों पर सब्त हो तूफ़ान की मोहर-ए-जलाल
जोश मलीहाबादी
नज़्म
क्या वहाँ भी उड़ के पहुँचा है कभी ऐ नुक्ता-चीं
काँपता है जिस फ़ज़ा में शहपर रूहुल-अमीं
जोश मलीहाबादी
नज़्म
ज़मीं पर लेक्चरर कुछ तैरते फिरते नज़र आए
और उन की ''गाऊन'' से कंधों पे दो शहपर नज़र आए
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
बहते अक्स उन के ताइर-ए-तख़्ईल के शहपर से लिपटे साथ आ जाएँ
ये गहरे भेद मेरे हाथ आ जाएँ
दानियाल तरीर
नज़्म
तुम्हारी निगाहों में दुनिया धुएँ का भँवर थी
जब उड़ती हलाकत के शहपर तुम्हारे सरों पर से गुज़रे
मजीद अमजद
नज़्म
हो के दामानदा ज़मीं पर गर न शहपर जोड़ कर
शब की ज़ुल्मत का है गरचे सर पे तूफ़ान-ए-अज़ीम