aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "shor-o-gul"
रहगुज़र पर शोर-ओ-ग़ुल का सैल हैबह रहा है ख़ुश्क तिनके की तरह
शहर के आरे चलाते बे-सुरे बद-रंग शोर-ओ-ग़ुल से दूरपाक रंगों का सनम आबाद
किसे ख़बर थी कि इस रंग-ओ-बू के तूफ़ाँ मेंगुल-ओ-समन के सफ़ीने भी डूब जाएँगे
सामने भीड़ थीशोर-ओ-ग़ुल था
भीड़ लगी हैशोर-ओ-ग़ुल पड़ा है
न दुनिया है न शोर-ओ-ग़ुलन हंगामे
जिस के शोर-ओ-ग़ुल में अबखो गई जाने कहाँ
क़हवा-ख़ानों पार्कों गलियों घरों मेंशोर-ओ-ग़ुल है ज़िंदगी है
इस से जहाँ में शोर-ओ-ग़ुलहै ये बहादुरों की मुल
चुपके से निकल करसड़क के शोर-ओ-गुल में खो गई है
पढ़ नहीं सकता लिख नहीं सकताइस क़दर शोर-ओ-ग़ुल मचाया है
शोर-ओ-ग़ुल के तअ'फ़्फ़ुन-ज़दा ऐसे माहौल मेंये फ़क़त ख़्वाब है
इक दिन भय्याशोर-ओ-ग़ुल की आवाज़ों को साथ लिए
किस क़दर शोर-ओ-ग़ुल हैमैं जब भी ख़ुद को तन्हा उदास पाती हूँ
वहाँ होगा इक शोर-ओ-ग़ुल इज़्दिहामये कर देंगे हम सब का जीना हराम
वो कोह-ओ-दरिया की चुप्पियोंऔर शोर-ओ-ग़ुल में उतर गए हैं
उसी रफ़्तार उसी शोर-ओ-ग़ुल के दाएरेकिसी भी लम्हे को माज़ी नहीं बनने देते
तुम हो मोहज़्ज़ब क्यूँ करते हो शोर-ओ-ग़ुलचैन से अपने घर बैठो ख़ामोश रहो
इक मोहमल से शोर-ओ-ग़ुल मेंशख़्सिय्यत समझौते के तेज़ाब में हल हो जाती है
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