आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "silsila"
नज़्म के संबंधित परिणाम "silsila"
नज़्म
तुम्हारे दिल के इस दुनिया से कैसे सिलसिले होंगे
तुम्हें कैसे गुमाँ होंगे तुम्हें कैसे गिले होंगे
जौन एलिया
नज़्म
दश्त-ए-पुर-ख़ार को फ़िरदौस-ए-जवाँ जाना था
रेग को सिलसिला-ए-आब-ए-रवाँ जाना था
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
कि जिस के रंगों का फ़ल्सफ़ा ही कभी किसी पर नहीं खुला है
ये फ़ल्सफ़ा जो फ़रेब-ए-पैहम का सिलसिला है