आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "siyah"
नज़्म के संबंधित परिणाम "siyah"
नज़्म
कैफ़ी आज़मी
नज़्म
जब फ़िक्र-ए-दिल-ओ-जाँ में फ़ुग़ाँ भूल गई है
हर शब वो सियह बोझ कि दिल बैठ गया है
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
आज तक सुर्ख़ ओ सियह सदियों के साए के तले
आदम ओ हव्वा की औलाद पे क्या गुज़री है?
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
उस के तो मुँह का रंग उड़ाती है मुफ़्लिसी
जब ख़ूब-रू पे आन के पड़ता है दिन सियाह
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
सियाह ज़ुल्फ़ों में वारफ़्ता निकहतों का हुजूम
तवील रातों की ख़्वाबीदा राहतों का हुजूम