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नज़्म
जिस ने हम दोनों को अपने मिट्टी के प्याले में दूध पिलाया था
कैसे हैं सूरज-मुखी के नन्हे-मुन्ने बेटे
असग़र नदीम सय्यद
नज़्म
माली वो फूल मेरी गुड़िया के रंग का है
और सूरज-मुखी में तो तू ने मेरे बाल बो रखे हैं