आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "tam.iiz"
नज़्म के संबंधित परिणाम "tam.iiz"
नज़्म
तमीज़-ए-बंदा-ओ-आक़ा फ़साद-ए-आदमियत है
हज़र ऐ चीरा-दस्ताँ सख़्त हैं फ़ितरत की ताज़ीरें
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
उजाड़ा है तमीज़-ए-मिल्लत-ओ-आईं ने क़ौमों को
मिरे अहल-ए-वतन के दिल में कुछ फ़िक्र-ए-वतन भी है
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
मेरी फ़ितरत को भी है अश्क-ओ-तबस्सुम में तमीज़
मैं ने सोचा है कि मैं भी तुम्हें बदनाम करूँ
प्रेम वारबर्टनी
नज़्म
वो शय दे जिस से नींद आ जाए अक़्ल-ए-फ़ित्ना-परवर को
कि दिल आज़ुर्दा-ए-तमईज़-ए-लुत्फ़-ए-जौर है साक़ी
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
तुझ से पैदा हुए अमराज़ निहायत संगीन
बे-तमीज़ इतना कि महफ़िल में जलाए क़ालीन
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
इस लिए मुझ से न पूछो कि सफ़-ए-याराँ में
क्यूँ ये दिल बे-हुनर-ओ-हुस्न-ओ-तमीज़ इतना है
मुस्तफ़ा ज़ैदी
नज़्म
वो भी अब नक़्द-ए-हुकूमत को परखते हैं ज़रूर
जिन को अब तक भी तमीज़-ए-गुहर-ओ-संग नहीं
शिबली नोमानी
नज़्म
पूछा अगर इबादत-ए-ख़ालिक़ है कोई चीज़
फ़रमाया दिल में ये तो निहायत है बद-तमीज़