आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "tasarruf"
नज़्म के संबंधित परिणाम "tasarruf"
नज़्म
ब-मुश्ताक़ाँ हदीस-ए-ख़्वाजा-ए-बदरौ हुनैन आवर
तसर्रुफ़-हा-ए-पिन्हानश ब-चश्म-ए-आश्कार आमद
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
रियाज़ी हो कि मंतिक़ फ़ल्सफ़ा हो या तसव्वुफ़ हो
सब इस की बज़्म में मौजूद हैं और जान-ए-महफ़िल हैं
अलम मुज़फ़्फ़र नगरी
नज़्म
तेरे ग़म में आज भी जान-ए-सुख़न काहीदा है
है तसर्रुफ़ तेरा पैदा और तू पोशीदा है
मोहम्मद सादिक़ ज़िया
नज़्म
है तसर्रुफ़ में तिरे दहर की हर चीज़ 'रज़ी'
उठ और उठ कर इन्हीं ज़र्रों से क़मर पैदा कर
रज़ी बदायुनी
नज़्म
तवाफ़-ए-राएगाँ की आदतें भी अब पुरानी हैं
यक़ीं-आसार घड़ियाँ भी तसर्रुफ़ में नहीं मेरे
हिजाब अब्बासी
नज़्म
यहाँ शबनम के क़तरे मक़बरे बनते हैं फूलों के
तसर्रुफ़ हैं यहाँ आईना-ख़ानों में बगूलों के
अफ़सर सीमाबी अहमद नगरी
नज़्म
तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साए हैं
तआ'रुफ़ रोग हो जाए तो उस का भूलना बेहतर