आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ugaanaa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ugaanaa"
नज़्म
जुज़ इक ज़ेहन-ए-रसा कुछ भी नहीं फिर भी मगर मुझ को
ख़रोश-ए-उम्र के इत्माम तक इक बार उठाना है
अख़्तरुल ईमान
नज़्म
लौह भी तू, क़लम भी तू, तेरा वजूद अल-किताब!
गुम्बद-ए-आबगीना-रंग तेरे मुहीत में हबाब!