आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "urdu shayari par ek"
नज़्म के संबंधित परिणाम "urdu shayari par ek"
नज़्म
पर अब मेरी ये शोहरत है कि मैं बस इक शराबी हूँ
मैं अपने दूदमान-ए-इल्म की ख़ाना-ख़राबी हूँ
जौन एलिया
नज़्म
दिलों को अब भी चमकाती है शम-ए-आरज़ू तेरी
लब-ए-तहरीर पर अब तक है शीरीं गुफ़्तुगू तेरी
मयकश अकबराबादी
नज़्म
इसे ज़माना-शनासी तेरी न हम कहेंगे तो क्या कहेंगे
बना दिया 'सैफ़िया' को तू ने जो एक दारुल-अमान-ए-उर्दू
रहबर जौनपूरी
नज़्म
जिस ने उर्दू पर किया है क़ाबिल-ए-तारीफ़ काम
जिस को इज़्ज़त की नज़र से देखते हैं ख़ास-ओ-आम
प्रेम लाल शिफ़ा देहलवी
नज़्म
मुक़ल्लिद जो नहीं इस का वो पहुँचेगा न मंज़िल पर
सर-ए-हर-जादा-ए-मंज़िल है मीर-ए-कारवाँ उर्दू
अलम मुज़फ़्फ़र नगरी
नज़्म
है अदब उर्दू का नाज़ाँ जिस पे वो है तेरी ज़ात
सर-ज़मीन-ए-शेर पर ऐ चश्मा-ए-आब-ए-हयात