aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
शब्दार्थ
एक ऐसी भी तजल्ली आज मय-ख़ाने में है
लुत्फ़ पीने में नहीं है बल्कि खो जाने में है
"एक ऐसी भी तजल्ली आज मय-ख़ाने में है" ग़ज़ल से की असग़र गोंडवी
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