नईम सरमद के शेर
कैसी बिपता पाल रखी है क़ुर्बत की और दूरी की
ख़ुशबू मार रही है मुझ को अपनी ही कस्तूरी की
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अब की सर्दी में कहाँ है वो अलाव सीना
अब की सर्दी में मुझे ख़ुद को जलाना होगा
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टैग : सर्दी
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मैं जिन्हें दिल पे खाए फिरता हूँ
तिरे हिस्से के रंज थे मौला
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टैग : रंग
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वो एक लड़की जो मर रही है हया के मारे
वो एक लड़का जो देखने पर तुला हुआ है
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वो जो इक बात है जो तुझ को बताई न गई
वो जो इक राज़ है जो खुल न सका वहशत है
अपने होने से भी इंकार किए जाते हैं
तेरे होने का यक़ीं ख़ुद को दिलाते हुए हम
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टैग : जुस्तुजू
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हम लोगों को पानी अच्छा लगता है
हम लोगों ने मिट्टी पहनी हुई है दोस्त
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टैग : इंसान
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मैं इक ख़्वाब हूँ तेरा देखा हुआ हूँ
तू इक नींद है मुझ में सोई पड़ी है
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टैग : वजूद
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विसाल-ए-यार गर हराम है तो सुन
हराम को हलाल कर विसाल कर
जानने वाले मानने वालों से अफ़ज़ल है ध्यान रहे
मजनूँ मत बन होश में रह और फिर लैला का भेद समझ
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टैग : प्रेरणादायक
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