aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
श्री भगवतीचरण वर्मा के उपन्यासों का शास्त्रीय अध्ययन करने में सहायक हो सकने वाले ग्रंथों के आभाव को देखते हुए उनके कृत्तव पर विहंगम दृष्टि डालने वाले एवं टेढ़े मेधे रास्ते का सूक्ष्म विवेचन करने वाले वाले ये निबंध डॉ लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय द्वारा विशेषरूप से तैयार करवाए गए हैं।
Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi
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