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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
हिकायात

हिकायत मज़हबी सहीफ़ों से होते हुए दरवेशों, सूफ़ियों, क़लंदरों, सय्याहों, जहाज़ रानों वग़ैरा के लिए सबक़ आमोज़ तजरबों और चश्म कुशा क़िस्सों की तरसील का ज़रीया बनी। ऐसी क़ीमती हिकायतों का सरमाया रेख़्ता ने अपने क़ारईन के लिए जमा किया है.

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Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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