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पाकिस्तान के प्रमुख बुद्धिजीवी, स्तंभकार, रक्षा विश्लेषक और लेखक कर्नल (रिटायर्ड) ग़ुलाम सरवर का जन्म 31 दिसंबर 1928 को झेलम में हुआ था।
उन्होंने अंग्रेज़ी, उर्दू और इस्लामी अध्ययन में मास्टर्स की डिग्रियाँ प्राप्त कीं और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ गए। बाद में उन्होंने पाकिस्तानी सेना के एजुकेशन कोर में सेवा इख़्तियार की।
उनकी प्रमुख कृतियों में तक़दीर-ए-उम्मम, मुसाफ़िर-ए-हरम, पतर्स: एक अध्ययन, मुताला-ए-इस्लामियात और उनकी आत्मकथा आईना-ए-अय्याम शामिल हैं।
पाकिस्तान सरकार ने उन्हें 1982 में सितारा-ए-इम्तियाज़ (मिलिट्री) से सम्मानित किया।
21 दिसंबर 2009 को लाहौर में उनका निधन हो गया।
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