Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1871

भाषा : Persian

पृष्ठ : 363

सहयोगी : सुमन मिश्रा

abul fazal
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

पुस्तक: परिचय

“अबुल ज़फ़ल” या “मकातीब-ए-अबुल फ़ज़ल” शैख़ अबुल फ़ज़ल बिन शैख़ मुबारक नागोरी के लिखे गए पत्रों का संग्रह है जो उसने अलग-अलग समय में आवश्यकतानुसार तहरीर किए, यह पत्र बादशाहों से लेकर अवाम तक के लिए लिखे गए , इन पत्रों की अहमियत इस लिए दूसरे मकतूबात से अधिक है क्यों कि इस में इतिहास के बहुत से पन्ने पोशीदा हैं और जाबजा इंशा-परदाज़ी के बेहतरीन नमूने नज़र आते है। नवलकिशोर प्रकाशन लखनऊ ने इस के तीनों भागों को एक साथ 1871 ईसवी में प्रकाशित किया था। अल्लामी फ़ह्हामी शैख़ अबुल फ़ज़ल (1551-1602) अकबरी दरबार का अहमतरीन स्तम्भ,बादशाह का मिज़ाज फ़हम, उस के निर्णयों में शामिल, एक बेहतरीन सलाहकार और नवीनीकरण गतिविधियों में उसे प्रोत्साहित करने वाला एक बुद्धिमान और दानां-ओ- मुदब्बिर शख्स था, इस के अतिरिक्त भारत का एक बड़ा इतिहासकार और इंशा-पर्दाज़ भी था।

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए