aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, कानपुर

मूल : कानपुर, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1895

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 214

सहयोगी : सुंदरैया विग्नाना केन्द्रम, हैदराबाद

deewan-e-rind

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