Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अज़ीम अख़्तर

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : एम. आर. पब्लिकेशंस, नई दिल्ली

मूल : नई दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 2015

भाषा : उर्दू

पृष्ठ : 212

ISBN संख्यांक / ISSN संख्यांक : 978-93-83282-27-2

सहयोगी : बज़्म-ए-सदफ इंटरनेशनल

दिल्ली वाले दीदा-ओ-शुनीदा
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

पुस्तक: परिचय

यह किताब "दिल्ली वाले दीदा-ओ-शुनीदा" अज़ीम अख़्तर के लिखे ख़ाकों का मजमूआ है जो पुरानी दिल्ली की मुनफ़रिद शख़्सियात और सकाफ़ती बारीकियाँ की ख़ूबसूरत अक्कासी करता है। मुसन्निफ़, अगरचे दिल्ली में पैदा नहीं हुए, लेकिन अपने गहरे मुशाहिदे और शहर की गलियों, बाज़ारों और आम लोगों की रोज़मर्रा ज़िंदगी से अपने तअल्लुक़ के ज़रिए "देहलीपन" की रूह को क़ैद करते हैं। यह पुरानी दिल्ली की मख़सूस सकाफ़ती शनाख़्त को उजागर करता है, इसे नई दिल्ली से मुक़ाबला करता है, और शहर के तारीख़ी व समाजी ताने-बाने का एक क़ीमती रिकॉर्ड पेश करता है, जैसे लखनऊ की सकाफ़त को अदब में पेश किया गया।

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here

बोलिए