aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
श्रीमद्भागवत का देवनागरी भाखा में अनुवाद मक्खन लाल खत्री ने किया था, जिसे उर्दू भाखा में मुंशी स्वामी दयाल कायस्थ ने लिखा। लखनऊ से रामकुमार बुकडिपो वारिस मुंशी नुलकश्वर प्रकाशन ने प्रकाशित किया। श्रीमद्भागवत हिंदू धर्म की सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकों में से एक है। यह पुराण हिंदू धर्म के अठारह पुराणों में से एक है, जो एक बहुप्रतिष्ठित और प्रसिद्ध पुराण है। हालाँकि इस पर प्रकाशन का वर्ष दर्ज नहीं है, लेकिन प्रमाणिकता की दृष्टि से यह नवलकिशोर प्रकाशन की निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस पुस्तक में 100 खंडों का अनुवाद किया गया है।