Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
निम्नानुसार फ़िल्टर

बज़्म-ए-अदब, अलीगढ़

बज़्म-ए-अदब, अलीगढ़ की एक पुरानी और प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था है, जो अपने आरंभ से ही उर्दू साहित्य की सेवा और रचनात्मक महिलाओं को मंच देने के उद्देश्य से सक्रिय है। इस संस्था की सबसे अहम उपलब्धि इसका वार्षिक पत्रिका 'बज़्म-ए-अदब' है, जो हर साल साहित्यिक सृजन और विचारधारा की खुशबू के साथ प्रकाशित होती है। यह पत्रिका केवल एक प्रकाशन नहीं, बल्कि उर्दू की रचनात्मक महिलाओं के लिए एक सशक्त मंच है, जहाँ अलीगढ़ ही नहीं, देश भर की प्रतिष्ठित लेखिकाएं, कवयित्रियाँ और साहित्यकार अपनी रचनाओं के साथ भागीदारी निभाती हैं। ‘बज़्म-ए-अदब’ का प्रत्येक अंक साहित्यिक सौंदर्य, वैचारिक विविधता और भाषा की गरिमा का प्रतीक होता है, जो पाठकों को उर्दू की गहराई और ताजगी से जोड़ता है।

निम्नानुसार :   Recommended

फ़िल्टर सभी मिटायें

अंक

सभी देखें

महीना

संपादक

प्रकाशक

वर्गीकरण

पुस्तकालय

सभी देखें

विशेषांक

Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here

बोलिए