ग़ज़लें
1974
पाकिस्तान के मशहूर उर्दू शायरों में शुमार, ग़ज़ल में एक क़िस्म की बर्जस्तगी पाई जाती है
1790 -1854
आख़िरी मुग़ल बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र के उस्ताद और राजकवि , मिर्ज़ा ग़ालिब से उनकी प्रतिद्वंदिता प्रसिद्ध है।