हम्द
प्रसिद्ध कथाकार, शायर और आलोचक; लखनऊ की सभ्यता और सांस्कृतिक परिदृश्य पर उपन्यास लिखे
पत्रकार, शायर, कथाकार, संपादक 'फ़िल्मी सितारे' ख़्वाजा अहमद अब्बास की फ़िल्म 'परदेसी' के अलावा कई नाटकों में भूमिका में निभा चुके हैं
शायर और गद्यकार, अपनी किताब ‘कोकन में उर्दू तालीम’ के लिए भी जाने जाते हैं
बिहार की मशहूर साहित्यिक प्रतिभा, शायरी के साथ विभिन्न साहित्यिक विषयों पर अपनी पद्यात्मक रचनाओं के लिए जाने जाते हैं
कलकत्ता के प्रसिद्ध शायर. ग़ज़ल, नज़्म और रुबाई जैसी विधाओं में रचनाएं की. बच्चों के लिए लिखी नज़्मों के कई संग्रह प्रकाशित हुए. कई साहित्यिक पत्रिकाओं के संपादक रहे
उर्दू आलोचना के संस्थापकों में शामिल/महत्वपूर्ण पूर्वाधुनिक शायर/मिजऱ्ा ग़ालिब की जीवनी ‘यादगार-ए-ग़ालिब लिखने के लिए प्रसिद्ध
शायर और उर्दू के उस्ताद, ख़्वाजा फ़रीद की काफ़ियों का पद्यात्मक उर्दू अनुवाद भी किया
शायर और लेखक, बच्चों के साहित्य पर अपने आलोचनात्मक और शोधपूर्ण कार्य के लिए प्रसिद्ध