ख़ालिद जावेद की कहानियाँ
आख़री दावत
“मैं जो पहाड़ियों से नीचे लाशें लाया हूँ, तुम्हें बता सकता हूँ कि दुनिया रहम से ख़ाली है और सुनो कि अगर ख़ुदा ही रहम से ख़ाली हो तो दुनिया में भी रहम नहीं हो सकता।” - यहूदा अमीख़ाई सबसे पहले तो मुझे ये इजाज़त दें कि मैं आपको बता सकूँ कि इस कहानी के