आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "دھجیاں"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "دھجیاں"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "دھجیاں"
विषय
धुआँ
धुआँ शायरी
अन्य परिणाम "دھجیاں"
कहानी
आधी रात को जब चाँद ज़र्द पड़ गया था, दीवार से राहताँ ने उसे पुकारा। “माई जाग रही हो?”...
अहमद नदीम क़ासमी
नज़्म
रात और रेल
दामन-ए-तीरीकी-ए-शब की उड़ाती धज्जियाँ
क़स्र-ए-ज़ुल्मत पर मुसलसल तीर बरसाती हुई
असरार-उल-हक़ मजाज़
मर्सिया
خار تلووں میں ہیں، مقتل سے جو پیدل ہے چلا
دھجیاں پاؤں میں باندھے ہے، وہ نازوں کا پلا