आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "سوئے_ادب"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "سوئے_ادب"
अन्य परिणाम "سوئے_ادب"
नज़्म
मौलवियों का शग़्ल-ए-तकफ़ीर
झल्ला के कहा ये कि ये क्या सू-ए-अदब है
कहते हो वो बातें जो सज़ा-वार नहीं हैं
शिबली नोमानी
ग़ज़ल
कोई और तर्ज़-ए-हयात भी मुझे अब रहीन-ए-करम बता
कि है बात मेरी गिरफ़्तनी मिरी चुप भी सू-ए-अदब में है