आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "کوہ_کن"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "کوہ_کن"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "کوہ_کن"
अन्य परिणाम "کوہ_کن"
शेर
न कोहकन है न मजनूँ कि थे मिरे हमदर्द
मैं अपना दर्द-ए-मोहब्बत कहूँ तो किस से कहूँ
बहादुर शाह ज़फ़र
ग़ज़ल
कोहकन आशिक़ रहा न क़ैस दीवाना रहा
अब ज़बान-ज़द-ख़ल्क़ तो अपना ही अफ़्साना रहा
हस्सामुद्दीन हैदर नामी
ग़ज़ल
कहीं पे क़ैस कहीं कोहकन मियाँ लिक्खा
तुम्हारे शौक़ ने क्या क्या कहाँ कहाँ लिक्खा