आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "आहंग-ए-नशात-आगीं"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "आहंग-ए-नशात-आगीं"
ग़ज़ल
मुईन अहसन जज़्बी
नज़्म
कोयल
ताइरान-ए-बाग़ ने छेड़ा है साज़-ए-इम्बिसात
तेरे मक़्दम में है शाख़ों पर हम-आहंग-ए-नशात
सुरूर जहानाबादी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "आहंग-ए-नशात-आगीं"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "आहंग-ए-नशात-आगीं"
ग़ज़ल
उफ़ ये तूफ़ान-ए-नशात और मिरी तब'-ए-हज़ीं
आह ये यूरिश-ए-नाज़ और मैं मजरूह ओ अलील
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
मिरे गीत
मिरे सरकश तराने सुन के दुनिया ये समझती है
कि शायद मेरे दिल को इश्क़ के नग़्मों से नफ़रत है
साहिर लुधियानवी
कुल्लियात
कहीं आग आह-ए-सोज़िंदा न छाती में लगा देवे
ख़बर होते ही होते दिल जिगर दोनों जला देवे