आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "जलना"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "जलना"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "जलना"
अन्य परिणाम "जलना"
नज़्म
हमेशा देर कर देता हूँ
मदद करनी हो उस की यार की ढारस बंधाना हो
बहुत देरीना रस्तों पर किसी से मिलने जाना हो
मुनीर नियाज़ी
ग़ज़ल
नींद-भरी आँखों से चूमा दिए ने सूरज को और फिर
जैसे शाम को अब नहीं जलना खींच ली इस अंदाज़ में चुप