आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ज़ेहन"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "ज़ेहन"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "ज़ेहन"
अन्य परिणाम "ज़ेहन"
नज़्म
तुलू-ए-इस्लाम
अता मोमिन को फिर दरगाह-ए-हक़ से होने वाला है
शिकोह-ए-तुर्कमानी ज़ेहन हिन्दी नुत्क़ आराबी
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
वक़्त
ख़ुद अपनी आवाज़ हो कि माहौल की सदाएँ
ये ज़ेहन में बनती और बिगड़ती हुई फ़ज़ाएँ
जावेद अख़्तर
ग़ज़ल
अब भी उन यादों की ख़ुश्बू ज़ेहन में महफ़ूज़ है
बार-हा हम जिन से गुलज़ारों को महकाने गए