आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "जान-ए-तमन्ना"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "जान-ए-तमन्ना"
ग़ज़ल
अख़्तर आज़ाद
ग़ज़ल
कोई आज़ुर्दा करता है सजन अपने को हे ज़ालिम
कि दौलत-ख़्वाह अपना 'मज़हर' अपना 'जान-ए-जाँ' अपना
मज़हर मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "जान-ए-तमन्ना"
ग़ज़ल
हवस-ए-दिल में ख़ुदा जाने कि क्या लज़्ज़त है
कि जो लब से न कभी हर्फ़-ए-तमन्ना छूटा
हकीम आग़ा जान ऐश
ग़ज़ल
जान-ए-मुज़्तर को न हो क्यूँ दिल-ए-बेताब से हज़
होता अहबाब को है सोहबत-ए-अहबाब से हज़
हकीम आग़ा जान ऐश
ग़ज़ल
'ऐश' इसे ख़ूबी-ए-क़िस्मत के सिवा क्या कहिए
दिल मिला है सो वो लबरेज़-ए-तमन्ना मुझ को