आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हम-आहंग"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "हम-आहंग"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "हम-आहंग"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "हम-आहंग"
ग़ज़ल
तिरी हस्ती ही क्या है गूँज है ये साज़-ए-फ़ितरत की
हम-आहंग-ए-सदा-ए-साज़ हो कर नग़्मा-ख़्वाँ हो जा
धर्मेंद्र नाथ
नज़्म
तस्ख़ीर-ए-फ़ितरत के बा'द
मुझे ख़ुद से और ख़ुद से बाहर मज़ाहिर से
सदियों हम-आहंग होना सिखाया