आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हालत-ए-दिल"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "हालत-ए-दिल"
ग़ज़ल
खुल गया राज़-ए-हाल-ए-दिल जब वो हरीम-ए-नाज़ में
हम से नज़र चुराईए सब से नज़र मिला के भी
कैफ़ मुरादाबादी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "हालत-ए-दिल"
समस्त