आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "KHvaabiida"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "KHvaabiida"
नज़्म
तन्हाई
ढल चुकी रात बिखरने लगा तारों का ग़ुबार
लड़खड़ाने लगे ऐवानों में ख़्वाबीदा चराग़
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
मौज़ू-ए-सुख़न
आज फिर हुस्न-ए-दिल-आरा की वही धज होगी
वही ख़्वाबीदा सी आँखें वही काजल की लकीर
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "KHvaabiida"
नज़्म
एक रह-गुज़र पर
सियाह ज़ुल्फ़ों में वारफ़्ता निकहतों का हुजूम
तवील रातों की ख़्वाबीदा राहतों का हुजूम
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
मुजस्समा
जाने किस दौर-ए-अलम-नाक से ले कर अब तक
तू कड़े वक़्त के ज़िंदानों में ख़्वाबीदा है
अहमद फ़राज़
ग़ज़ल
हर इक बे-कार सी हस्ती ब-रू-ए-कार हो जाए
जुनूँ की रूह-ए-ख़्वाबीदा अगर बेदार हो जाए
जिगर मुरादाबादी
नज़्म
तुम
तुम्हारे जिस्म में ख़्वाबीदा हैं हज़ारों राग
निगाह छेड़ती है जिस को वो सितार हो तुम
कैफ़ी आज़मी
ग़ज़ल
दिल-ए-बेदार पैदा कर कि दिल ख़्वाबीदा है जब तक
न तेरी ज़र्ब है कारी न मेरी ज़र्ब है कारी
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
मिरे गीत
कोई ख़्वाबों में ख़्वाबीदा उमंगों को जगाती है
तो अपनी ज़िंदगी को मौत के पहलू में पाता हूँ
साहिर लुधियानवी
नज़्म
वतन
ऐ कि ख़्वाबीदा तिरी ख़ाक में शाहाना वक़ार
ऐ कि हर ख़ार तिरा रू-कश-ए-सद-रू-ए-निगार
जोश मलीहाबादी
नज़्म
परछाइयाँ
सियाह गेसुओं के साँप नीम-ख़्वाबीदा
ये पिछली रात ये रग रग में नर्म नर्म कसक