आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "fikr e nau wahid premi ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "fikr e nau wahid premi ebooks"
समस्त
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "fikr e nau wahid premi ebooks"
अन्य परिणाम "fikr e nau wahid premi ebooks"
ग़ज़ल
सोचा था गुलशन की फ़ज़ाएँ होंगी नग़्मा-बार बहुत
लेकिन जब देखा तो चमन में फूल थे कम और ख़ार बहुत
हैरत बिन वाहिद
नज़्म
परोमीथियस
अगर मैं कहता हूँ जीना है क़ैद-ए-तन्हाई
तो ज़िंदगानी की क़ीमत पे हर्फ़ क्यूँ आए