aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "huruuf"
जाफ़रुल हुसैनी हरीफ़
लेखक
हरीफ़ कुरलवी फ़ैजाबादी
हर्फ़ अकादमी, रावलपिंडी
पर्काशक
तिलिस्म-ए-हर्फ़ पुब्लिकेशन्स, खंडवा
हर्फ़-ए-ज़ार लिटरेरी सोसाइटी, दयार-ए-अदब, इंडिया
हर्फ़ ज़ाद पब्लिकेशन, कराची
बारिश शराब-ए-अर्श है ये सोच कर 'अदम'बारिश के सब हुरूफ़ को उल्टा के पी गया
किताब-ए-इश्क़ में हर आह एक आयत हैपर आँसुओं को हुरूफ़-ए-मुक़त्तिआ'त समझ
किताब बाब ग़ज़ल शे'र बैत लफ़्ज़ हुरूफ़ख़फ़ीफ़ रक़्स से दिल पर उभारे मस्त परी
दर्द को इस से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ताहम बे-कार हुरूफ़ उलटते रहते हैं
मैं क़ौस-ए-क़ुज़ह हूँ हुरूफ़ कीअल्फ़ाज़ की इक लड़ी हूँ मैं
हुरूफ़حروف
words
'हर्फ़ का बहु., अक्षर माला।।
हरीफ़حریف
rival/ opponent
विरोधी, प्रतिद्वंदवी
हर्फ़حرف
word/ blame
हदफ़ہدف
aim, butt, mark, object
लक्ष्य, निशाना, ऊँचा पुश्ता, वह गोलाई जिस पर निशाना सीखने के लिए गोलियाँ मारते हैं।
उर्दू के हुरूफ़-ए-तहज्जी
मोहम्मद अंसारुल्लाह
भाषा
हर्फ़ हर्फ़ हक़ीक़त
वासिफ़ अली वासिफ़
शिक्षाप्रद
Andhere Mein Sulagte Huroof
शायरी
Sabz Huroof Ke Shajar
सय्यद इश्तियाक आलम ज़िया शाहबाज़ी
नात
इशारिया-ए-कलाम-ए-इक़बाल उर्दू
यासमीन रफ़ीक़
संकलन
हुरूफ़
बासित अज़ी
काव्य संग्रह
Reza-e-Harf
मोहसिन नक़वी
Harf-e-Bariyab
इफ़्तिख़ार आरिफ़
Faiz Ahmad Faiz Ka Harf Harf
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
कुल्लियात
Mizan-ul-Huroof
आरज़ू लखनवी
Asbab-o-Hudusul Huroof
अबू अली सीना
अन्य
Harf-e-Sar-e-Daar
हबीब जालिब
शायरी तन्क़ीद
तशरीहुल हुरूफ़ नागरी ओ उर्दू
लाला मुन्ना लाल
Huroof
असग़र वेलोरी
Jawahar-ul-Huroof
अननोन ऑथर
हुरूफ़-ए-कज-तराश की लकीर सीतो थम गईं लबों पे मुस्कुराहटें शरीर सी
तुम्हें पता है मिरे हाथ की लकीरों मेंतुम्हारे नाम के सारे हुरूफ़ बनते हैं
लबों के खुले दरीचों से बहने वाले हुरूफ़ मेरी निशानियाँ हैं
सपाट चेहरों के ख़ाली पन्ने खुले हुए हैंहुरूफ़ आँखों के मिट चुके हैं
जुदा न दर्द-ए-जुदाई हो गर मिरे आज़ाहुरूफ़-ए-दर्द की सूरत हूँ ऐ तबीब जुदा
समझ में ये नहीं आता ख़िताब कैसे करूँहुरूफ़ काट दिए मैं ने बार-हा लिख कर
किताब-ए-ज़ेहन का कोई वरक़ भी सादा नहींलिखे हुरूफ़ मिटाने का हौसला न हुआ
काग़ज़ मराकशियों ने ईजाद कियाहुरूफ़ फ़ोनीशियों ने
वो कौन था जो मिरी ज़िंदगी के दफ़्तर सेहुरूफ़ ले गया ख़ाली किताब छोड़ गया
क्यूँकर न लुत्फ़ बादा-कशी का हो आब मेंबारिश में जो हुरूफ़ हैं वो हैं शराब में
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books