आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "insaaf-o-adaalat"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "insaaf-o-adaalat"
ग़ज़ल
जाने ख़्वाबीदा कि बेदार है मुंसिफ़ का ज़मीर
हम तो इंसाफ़ की ज़ंजीर हिला भी आए
बद्र-ए-आलम ख़ाँ आज़मी
ग़ज़ल
वाह-रे इंसाफ़ इतना भी न वाँ पूछा गया
ये क़ुसूर-ए-हुस्न है या अस्ल में तासीर-ए-इश्क़
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
समस्त