आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kartuute.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "kartuute.n"
ग़ज़ल
छुपा कर अपनी करतूतें हुनर की बात करते हैं
शजर को काटने वाले समर की बात करते हैं
प्रमोद शर्मा असर
नज़्म
वो सुब्ह कभी तो आएगी
अपने काले करतूतों पर जब ये दुनिया शरमाएगी
वो सुब्ह कभी तो आएगी
साहिर लुधियानवी
ग़ज़ल
नर्म फ़ज़ा की करवटें दिल को दुखा के रह गईं
ठंडी हवाएँ भी तिरी याद दिला के रह गईं
फ़िराक़ गोरखपुरी
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "kartuute.n"
नज़्म
उमीद
चाहत को न कुचला जाएगा ग़ैरत को न बेचा जाएगा
अपने काले करतूतों पर जब ये दुनिया शरमाएगी
साहिर लुधियानवी
ग़ज़ल
हैं किसी के मुंतज़िर हम मगर ऐ उमीद-ए-मुबहम
कहीं वक़्त रह न जाए यूँही करवटें बदल कर
शकील बदायूनी
नज़्म
डाइरी
''हर एक करवट मैं याद करता हूँ तुम को लेकिन
ये करवटें लेते रात दिन यूँ मसल रहे हैं मिरे बदन को
गुलज़ार
नज़्म
मरहूम और महरूम
हर एक शब मैं फ़क़त करवटें बदलता हूँ
तुम्हारी क़ब्र के कंकर हों जैसे बिस्तर में
ज़ुबैर अली ताबिश
ग़ज़ल
फ़िराक़ गोरखपुरी
नज़्म
किसान
जिस के छू जाते ही मिस्ल-ए-नाज़नीन-ए-मह-जबीं
करवटों पर करवटें लेती है लैला-ए-ज़मीं
जोश मलीहाबादी
नज़्म
अपनी मल्का-ए-सुख़न से
शे'रों में करवटें ये नहीं सोज़-ओ-साज़ की
लहरें हैं ये हुज़ूर की ज़ुल्फ़-ए-दराज़ की
जोश मलीहाबादी
शेर
लेते लेते करवटें तुझ बिन जो घबराता हूँ मैं
नाम ले ले कर तिरा रातों को चिल्लाता हूँ मैं