आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "khaa.iyaa.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "khaa.iyaa.n"
अन्य परिणाम "khaa.iyaa.n"
नज़्म
मिर्रीख़ की सैर
थीं गहरी खाइयाँ कहीं ऊँचे पहाड़ थे
चाँदी के सब्ज़ा-ज़ार थे सोने के झाड़ थे
नईमुद्दीन नईम
ग़ज़ल
खाइयाँ हैं खड्डे रोड़े हैं कंकर पत्थर हैं लेकिन
जन्नत के रस्ते लगते हैं सारे रस्ते गाँव के
इफ़्तिख़ार हैदर
कुल्लियात
हम वे हैं ख़ूँ-गिरफ़्ता ज़ालिम जिन्हों ने तेरी
अबरू की जुम्बिश ऊपर तलवारें खाइयाँ हैं