आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "laave"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "laave"
ग़ज़ल
किया ग़म-ख़्वार ने रुस्वा लगे आग इस मोहब्बत को
न लावे ताब जो ग़म की वो मेरा राज़-दाँ क्यूँ हो
मिर्ज़ा ग़ालिब
नज़्म
मुफ़्लिसी
पैसा कहाँ जो जा के वो लावे जहेज़ मोल
जोरू का वो गला कि फूटा हो जैसे ढोल
नज़ीर अकबराबादी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "laave"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "laave"
ग़ज़ल
इक दिन पैदा करते हैं भौंचाल की सूरत जिस्मों में
लावे जज़्बों के सीने के अंदर ज़िंदा रहते हैं
मुनव्वर हाशमी
ग़ज़ल
जल कर बुझते लावे बह कर आख़िर पत्थर हो जाते हैं
नदियों को ठुकराने वाले साहिल बंजर हो जाते हैं
कनुप्रिया
नज़्म
जन्म-दिन
याद है वो दिन मुझे अच्छी तरह से
खौलते चिंघाड़ते लावे के बे-पायाँ समुंदर से उछल कर
कुमार पाशी
ग़ज़ल
किसी की पीठ कुबड़ी को भला ख़ातिर में क्या लावे
अकड़ में नौजवानी के जो मारे दम जवानी का
नज़ीर अकबराबादी
ग़ज़ल
जिस की बोसे के तसव्वुर से छिले गाल की खाल
ताब क्या लावे अरक़ पोंछते रुमाल की खाल